CUET Cut Off 2025: इस बार CUET की कटऑफ में आ सकती है बड़ी गिरावट, 3 लाख से ज्यादा सीटों पर मिलेगा प्रवेश

CUET Cut Off 2025: इस बार CUET की कटऑफ में आ सकती है बड़ी गिरावट, 3 लाख से ज्यादा सीटों पर मिलेगा प्रवेश


कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) 2025 की परीक्षा 3 जून को आयोजित की गई थी। इस बार पेपर का पैटर्न और कठिनाई स्तर दोनों में बड़ा बदलाव देखने को मिला, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कटऑफ में इस बार भारी गिरावट हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि कठिन प्रश्नों और बदले हुए प्रारूप की वजह से छात्र अपेक्षा से कम अंक प्राप्त करेंगे, जिससे DU सहित देशभर की यूनिवर्सिटियों में एडमिशन के लिए कटऑफ नीचे जाएगा।

CUET 2025 Expected Cut Off

विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी की टॉप कोर्सेज में कटऑफ 930 से 950 के बीच रह सकती है। पिछले वर्षों की तुलना में यह गिरावट छात्रों के लिए राहत की खबर हो सकती है, खासकर उनके लिए जो सीमित अंकों से पिछले साल दाखिला नहीं पा सके थे।

परीक्षा में इस बार 50 प्रश्नों में से केवल 40 ही हल करने थे, लेकिन प्रश्नों की भाषा और स्तर कठिन था। यही कारण है कि अधिकतर छात्रों ने पेपर को चुनौतीपूर्ण बताया। विश्लेषण के अनुसार, नॉन-साइंस स्ट्रीम के कई विषयों में प्रश्नों का पैटर्न पहले से पूरी तरह अलग था।

3 लाख से ज्यादा सीटों पर मिलेगा दाखिला

CUET के माध्यम से देशभर की केंद्रीय, राज्य और निजी विश्वविद्यालयों में करीब 3 लाख से अधिक सीटों पर दाखिला मिलेगा। इस वर्ष भारत के 285 और विदेश के 15 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। कुल 13 भाषाओं और 27 विषयों में 37 पेपर लिए गए, जिनमें एक सामान्य परीक्षा भी शामिल थी।

दिल्ली यूनिवर्सिटी, बीएचयू, जामिया मिल्लिया, एएमयू, बीबीएमकेयू जैसे बड़े संस्थान इस परीक्षा के जरिए एडमिशन प्रक्रिया पूरी करते हैं। कई नए कोर्सेस जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, फॉरेंसिक साइंस और डेटा एनालिटिक्स जैसे विषयों में भी इस बार सीटें बढ़ाई गई हैं।

एडमिशन पोर्टल जल्द होगा सक्रिय

दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत कई विश्वविद्यालयों का एडमिशन पोर्टल जल्द ही एक्टिव होगा। छात्र अपने स्कोर के आधार पर कोर्स और कॉलेज की प्राथमिकता तय कर सकेंगे। पिछले साल करीब 13.5 लाख छात्रों ने CUET में हिस्सा लिया था, और इस बार यह आंकड़ा और अधिक होने की उम्मीद है।

इस बार का पेपर छात्रों के लिए जितना कठिन था, उतना ही उन्हें अच्छी रैंक मिलने का भी मौका दे रहा है। इसलिए स्कोर कम आने पर भी निराश न हों, कम कटऑफ के कारण दाखिले की संभावना बनी हुई है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपयाआधिकारिक वेबसाइट से ही नवीनतम और सटीक जानकारी प्राप्त करें।

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